18 प्लस उम्र युवाओं के टीका करण में शिथिलता से युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ : आशु पण्डे।*
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कटिहार/सरकार की गलत नीति और लापरवाही की वजह से 18 साल के ऊपर के युवाओं हेतु धीमा गति से कोविड टीकाकरण का काम हो पा रहा है। जो युवाओं के लिए खतरे की घण्टी है। उपरोक्त बातें राजद के युवा प्रदेश सचिव आशु पण्डे ने कहा है। उन्होंने कहा कि जिले में 31 मई की शुरुआत से हीं सही ढंग से व्यवस्था नहीं किये जाने की वजह से18 प्लस उम्र के युवाओं को वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है क्योंकि टीकाकरण केंद्र की पर्याप्त नहीं की गई है।वहीं दूसरी ओऱ अधिकांश युवाओं के पास टीकाकरण हेतु अपने नाम का रजिस्ट्रेशन करने की पर्याप्त व्यवस्था(एंड्राइड मोबाइल) नहीं है।
सचिव श्री पांडे ने कहा कोरोना का दूसरा वेब जब से आया है। तब से ज्यादा युवा की ही मृत्यु हुई है। जबकि देश का रीढ़ की हड्डी एवं भविष्य युवा ही होते हैं। यह जानते हुए भी आज बिहार में 18 प्लस उम्र के युवाओं का वैक्सिनेशन नहीं हो पा रहा है। अभी तक कटिहार में 16 जनवरी 2021 से वैक्सीन का टीकाकरण प्रारंभ हुआ है और अब तक मात्र 2 लाख 22 हजार लोगों को वैक्सीन लग पाया है। जिसमें 49 हजार लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज लगा है। 5 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी यह संख्या काफी कम है और यह चिंताजनक है। श्री पांडे ने कहा एक तो सरकार वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा पा रही है और दूसरी तरफ वैक्सीन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन का प्रक्रिया युवाओं को प्रभावित कर रहा है। खासकर ग्रामीण युवा अधिक से अधिक प्रभावित हो रहे हैं क्योंकि एंड्राइड मोबाइल का उपयोग कम करते हैं। सरकार को अविलंब सिर्फ आधार कार्ड पर वैक्सिंग देने की प्रक्रिया की शुरुआत करना चाहिए ताकि भीड़ ना हो। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन सेंटर बनाने की आवश्यकता है। जिस तरह कटिहार के 18 वर्ष के ऊपर के युवाओं को पिछले 3 दिनों से वैक्सीन नहीं दी जा रही है यह कहीं ना कहीं उनकी जिंदगी खतरे में डाल रही है।
सचिव श्री पांडे ने कहा कि सरकार यह ना भूले कि भारत के अन्य राज्यों के साथ- साथ बिहार में भी ऑक्सीजन सिलेंडर वेंटिलेटर एंबुलेंस बेहतर इलाज के अभाव में हजारों लोगों की जानें गई है। सरकार लोगों की जाने नहीं बचा पायी तब एक मात्र वैक्सीन ही है जो लोगों की जान बचा सकता है।
