कटिहार के मिर्चाईबारी स्थित अफसर कॉलोनी पहुंचे सांसद पप्पू यादव ने पीड़ित आदिवासी परिवार से मुलाकात की और उनकी समस्याओ को सुना।
इस दौरान सांसद पप्पू यादव ने कहा कि गरीब आदिवासी परिवारों पर जो अत्याचार हुआ है, वह प्रशासन और भू माफिया के गठजोड़ की भयावह तस्वीर पेश करता है। आखिर कब तक हमारे आदिवासी भाइयों पर यह जुल्म जारी रहेगा? कब तक उन्हें उनकी अपनी जमीन से बेदखल करने की साजिश रची जाएगी?
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बुधवार की शाम मैंने मिर्चाईबारी का दौरा किया, जहां भू माफिया और गुंडों ने एक दर्जन से अधिक आदिवासी परिवारों को उनकी ही रैयती जमीन से मारपीट कर बेदखल कर दिया। कटिहार के सदर एसडीओ ने आनन-फानन में धारा 144 लगा दी, लेकिन यह तत्परता उन गुंडों और माफियाओं पर क्यों नहीं दिखाई गई जिन्होंने यह जघन्य अपराध किया? क्या प्रशासन और पुलिस भू माफिया के साथ मिली हुई है?
उन्होंने कहा कि कटिहार के एसपी और डीएम महज 200 मीटर की दूरी पर रहते हुए भी, अपराधियों को उनका कोई खौफ नहीं है। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि आखिर स्थानीय जनप्रतिनिधि, विधायक, और सांसद इन गरीब आदिवासियों के लिए क्यों नहीं खड़े हो रहे?
सांसद ने कहा पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जो भी इसमें दोषी हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। मैंने इस मामले को लेकर बिहार के डीजीपी से भी बात की है और मुख्यमंत्री आवास को भी सूचित किया है। यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो हम इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे और धरने पर बैठेंगे। यह लड़ाई गरीब और आदिवासी भाइयों के न्याय के लिए है, और हम इसे हर हाल में लड़ेंगे।
आपजो बता दे कि पिछले 3 दिनों पहले आदिवासी परिवार की 10 महिलाएं समाहरणालय के समक्ष आत्मदाह का प्रयास किया था और बुधवार आज आदिवासी समाज के लोग इंसाफ के लिए धरने पर थे।